-->
सैटेलाइट फोन क्या और कैसे करता है काम (What is a satellite phone and how does it work)

सैटेलाइट फोन क्या और कैसे करता है काम (What is a satellite phone and how does it work)

सैटेलाइट फोन क्या और कैसे करता है काम (What is a satellite phone and how does it work)

ब्रिटेन सरकार ने भारत के लिए ट्रैबल एडवाइजरी अपडेट ब्रिटिश नागरिकों को बिना लाइसेंस के भारत में सैटेलाइट फोन लेने या इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी है. ये कैसे काम करते हैं और ये मोबाइल फोन से कैसे अलग हैं. आइए इस बारे में बताते हैं. 
UK government has updated its travel advisory for India, warning British citizens against buying or using satellite phones in India without a license. How do they work and how are they different from mobile phones. Let us explain this.

सैटेलाइट फोन -सैटेलाइट फोन ऐसा फोन है जिसे कॉलिंग या इंटरनेट के लिए जमीन पर लगे मोबाइल टावर की जरूरत नहीं है. यह फोन सीधे सैटेलाइट से कनेक्ट है. यह फोन उन क्षेत्रों में उपयोगी है जहां मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं हैं, जैसे- दूरदराज के इलाके, समुद्र, या प्राकृतिक आपदाओं के दौरान. 
Satellite phone - A satellite phone is a phone that does not require a mobile tower on the ground for calling or internet. This phone is directly connected to the satellite. This phone is useful in areas where mobile networks are not available, such as remote areas, sea, or during natural disasters.

सैटेलाइट फोन काम -सैटेलाइट फोन जमीन पर लगे टावर से सिग्नल नहीं लेते. अंतरिक्ष में भेजे गए सैटेलाइट से सिग्ल मिलता है. सैटेलाइट जमीन पर लगे रिसीवर सेंटर को रेडियो सिग्नल हैं. फिर रिसीवर सेंटर इन सिग्नल को फोन को ट्रांसमिट करता है, जिसके बाद फोन के जरिए बात कर पाना संभव है. सैटेलाइट फोन में कॉल और मैसेजिंग की सुविधा है. 
Satellite phone work - Satellite phones do not receive signals from towers installed on the ground. They receive signals from satellites sent into space. Satellites send radio signals to the receiver center installed on the ground. Then the receiver center transmits these signals to the phone, after which it is possible to talk through the phone. Satellite phones have the facility of calls and messaging.

अलग -आमतौर पर स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं एक कंपनी का सिम कार्ड है, जिसे पास में टावर से सिग्नल है. जब दूसरे एरिया में हैं तो स्मार्टफोन को वहां के टावर से सिग्नल है. कभी-कभी पहाड़ों या दूर-दराज में फोन सिग्नल नहीं मिलता या सिग्नल में दिक्कत है. ऐसा उन इलाकों में मोबाइल सिग्नल न के कारण है. सैटेलाइट फोन में ऐसा नहीं होता. सैटेलाइट फोन को सिग्नल सीधे अंतरिक्ष में लगे सैटेलाइट से है. सिग्नल की समस्या भी नहीं होती. जहां मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं हैं वहां फोन काम आते हैं.
Different - Usually smartphones use SIM cards of one company, which get signals from towers nearby. When in other areas, the smartphone gets signals from the towers there. Sometimes in mountains or remote areas, phone signals are not received or there is signal problem. This is due to lack of mobile signals in those areas. This does not happen with satellite phones. Satellite phones get signals directly from satellites installed in space. There is no signal problem either. These phones are useful where mobile networks are not available.

इस्तेमाल -साथ ही सैटेलाइट को ट्रेस मुश्किल है. जहां कॉल ट्रेस का खतरा होता है वहां सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल है. खुफिया एजेंसियां बातचीत के सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल है. भारत में नागरिकों के लिए सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल पर बैन है. राष्ट्रीय सुरक्षा के चलते सरकार ने नागरिकों के लिए सैटेलाइट फोन को प्रतिबंधित है. 
Use - Also, it is difficult to trace satellites. Satellite phones are used where there is a risk of call tracing. Intelligence agencies use satellite phones for communication. In India, the use of satellite phones for citizens is banned. Due to national security reasons the government has banned satellite phones for citizens.

0 Response to "सैटेलाइट फोन क्या और कैसे करता है काम (What is a satellite phone and how does it work)"

Post a Comment

Thanks