नोकिया के राजा से रंक की कहानी; होता आज किंग (The story of Nokia's rise from king to pauper; would be king today)
Dec 17, 2024
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कभी नोकिया नाम सुनते ही चेहरे खिलते थे. नोकिया के फोन हर किसी के हाथ में होते थे. अगर बच्चे से नोकिया में पूछेंगे तो उसे शायद पता भी ना हो. नोकिया के पतन की कहानी है. पुराने लोग याद करते हैं कि नोकिया था. एक समय था जब नोकिया के फोन दुनिया में 30% बाजार हिस्सा थे. लेकिन धीरे-धीरे कमजोर होती, जानते हैं...
Once upon hearing the name Nokia, faces used to light up. Nokia phones were in everyone's hands. If you ask a child about Nokia, he might not even know. This is the story of Nokia's downfall. Old people remember that there was Nokia. There was a time when Nokia phones had 30% market share in the world. But slowly it weakened, know...
बदलाव -नोकिया ने गलती से अपना मुकाम खोया. जब एप्पल और सैमसंग स्मार्टफोन बना रहे थे, तब नोकिया ने पुराने तरीके के कीबोर्ड वाले फोन बनाना जारी रखा. उन्हें लगा कि लोग टचस्क्रीन फोन नहीं खरीदेंगे. बाद में सिम्बियन नाम का ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया, लेकिन सफल नहीं हुआ. यह ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉइड और आईओएस जितना अच्छा नहीं था. नोकिया ने बाजार में बदलाव को समझने में देरी कर दी. जब तक समझा, तब तक एप्पल और सैमसंग आगे निकल चुके थे.
Change - Nokia lost its position by mistake. When Apple and Samsung were making smartphones, Nokia continued making phones with old-fashioned keyboards. They thought that people would not buy touchscreen phones. Later they made an operating system called Symbian, but it was not successful. This operating system was not as good as Android and iOS. Nokia was late in understanding the change in the market. By the time they understood, Apple and Samsung had moved ahead.
काम -नोकिया ने एक और गलती की. सिर्फ उनके नाम से लोग फोन खरीदेंगे, भले ही वो पुराने तरीके के हों. लेकिन एंड्रॉइड और आईओएस वाले फोन अच्छे लगने लगे थे, और वो पुराने सिम्बियन ओएस वाले फोन नहीं खरीदते थे. नोकिया ने फोन में कई गलतियां कीं, जिससे सस्ते और अच्छे एंड्रॉइड फोन खरीदने लगे. नोकिया ने सोचा था कि ब्रांड नाम काफी है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
Work - Nokia made another mistake. People will buy phones just because of their name, even if they are old-fashioned. But Android and iOS phones started to look good, and people did not buy phones with old Symbian OS. Nokia made many mistakes in phones, due to which people started buying cheap and good Android phones. Nokia thought that the brand name was enough, but it did not happen.
सीरीज -नोकिया की एक गलती थी कि उसने ब्रांड का सही इस्तेमाल नहीं किया. एप्पल और सैमसंग ने आईफोन और गैलेक्सी सीरीज़ के साथ ब्रांड को मज़बूत बनाया. लेकिन नोकिया ऐसा नहीं कर पाया. नोकिया ने भरोसा खोया क्योंकि फोन बाज़ार में सही तरीके से नहीं पहुंच पा रहे थे. एप्पल और सैमसंग के फोन खरीदने लगे.
Series - Nokia's one mistake was that it did not use the brand properly. Apple and Samsung strengthened the brand with iPhone and Galaxy series. But Nokia could not do this. Nokia lost trust because the phones were not reaching the market properly. People started buying Apple and Samsung phones.
बदले सीईओ -नोकिया ने जल्दी-जल्दी सीईओ बदल दिए. पांच साल से भी कम समय में नोकिया ने दो बार सीईओ बदले. इसलिए क्योंकि नोकिया ने काम का तरीका बदलया था, जिससे कई खुश नहीं थे. इतने बदलावों से कंपनी में अस्थिरता आई, और कर्मचारियों को नए सीईओ के साथ काम में दिक्कत हुई.
Changed CEO - Nokia changed CEOs frequently. In less than five years, Nokia changed CEOs twice. This was because Nokia had changed the way of working, which many were not happy with. So many changes brought instability in the company, and employees had difficulty working with the new CEO.
पतन का कारण -2014 में माइक्रोसॉफ्ट के साथ हुई डील नोकिया के लिए आखिरी मौका हुआ. कई का मानना है कि यही सौदा नोकिया के पतन कारण था. नोकिया की बिक्री गिर रही थी क्योंकि कंपनी नई तकनीक को अपना नहीं पा रही थी. माइक्रोसॉफ्ट ने नोकिया को खरीद लिया था, और नोकिया ने नोकिया लूमिया और आशा सीरीज़ जैसे अच्छे फोन लॉन्च थे, लेकिन फिर सफलता नहीं मिली. नोकिया माइक्रोसॉफ्ट पर निर्भर था और विंडोज़ फोन के भविष्य पर. लेकिन विंडोज़ फोन बाज़ार में सफल नहीं होया, एंड्रॉइड और आईओएस ने मार्केट पर कब्जा कर लिया. नोकिया का मार्केट शेयर कम हो गया. डील के बाद नोकिया का ब्रांड भी कमजोर होया, क्योंकि लोग नोकिया को ऐसी कंपनी मानने लगे जो बदलाव के साथ नहीं चलती.
Reason for downfall - The deal with Microsoft in 2014 was the last chance for Nokia. Many believe that this deal was the reason for Nokia's downfall. Nokia's sales were falling because the company was not able to adopt new technology. Microsoft had bought Nokia, and Nokia had launched good phones like Nokia Lumia and Asha series, but then success was not achieved. Nokia was dependent on Microsoft and the future of Windows Phone. But Windows Phone did not succeed in the market, Android and iOS took over the market. Nokia's market share decreased. Nokia's brand also weakened after the deal, because people started considering Nokia as a company that does not keep up with change.
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