यूरिन समस्या को न करें नजरअंदाज (Do not ignore urine problem)
Dec 24, 2024
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बार-बार यूरिन यानी पेशाब आना एक सामान्य समस्या लगती है, लेकिन यह सेहत में गंभीर संकेत है. अगर दिनभर बार-बार टॉयलेट का रुख करते हैं या रात में कई बार उठकर यूरिन हैं, तो अनदेखा न करें. यह शरीर में कुछ बदलावों का संकेत है. एक हेल्दी व्यक्ति दिन में 6-7 बार यूरिन है और दिन में 4 से 10 बार तक यूरिन सामान्य है. रात में एक बार या बिल्कुल भी यूरिन नहीं आए. अगर ज्यादा बार यूरिन जा रहे हैं, तो यह समस्या का संकेत है.
Frequent urination seems to be a common problem, but it is a serious health sign. If you go to the toilet frequently throughout the day or get up several times at night to urinate, do not ignore it. This is a sign of some changes in the body. A healthy person urinates 6-7 times a day and urinating 4 to 10 times a day is normal. Urinating once at night or not at all. If you are urinating more often, it is a sign of a problem.
ज्यादा यूरिन कारण (Causes of excessive urine)
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन : यूरिन करते समय जलन या दर्द हो रहा है, तो यूटीआई का संकेत है.
Urinary tract infection: If there is a burning sensation or pain while urinating, it is a sign of UTI.
डायबिटीज: बार-बार यूरिन जाना अनियंत्रित ब्लड शुगर का लक्षण है.
Diabetes: Frequent urination is a symptom of uncontrolled blood sugar.
ओवरएक्टिव ब्लैडर: बार-बार यूरिन की इच्छा लेकिन कम मात्रा में यूरिन ओवरएक्टिव ब्लैडर का संकेत है.
Overactive bladder: Frequent urge to urinate but less amount of urine is a sign of overactive bladder.
गर्भावस्था: प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव और ब्लैडर पर दबाव के कारण समस्या है.
Pregnancy: During pregnancy, the problem is due to hormonal changes and pressure on the bladder.
ज्यादा पानी या कैफीन : ज्यादा पानी, चाय, कॉफी या शराब पीने से भी यूरिन की संख्या बढ़ती है.
Too much water or caffeine: Drinking too much water, tea, coffee or alcohol also increases the number of urine.
कम यूरिन के कारण (Causes of low urine)
डिहाइड्रेशन: पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से यूरिन की संख्या घटती है.
Dehydration: Not drinking enough water reduces the number of urine.
किडनी समस्या: किडनी स्टोन या संक्रमण यूरिन की संख्या को प्रभावित कर सकता है.
Kidney problems: Kidney stones or infection can affect the number of urine.
यूरिनरी रिटेंशन: प्रोस्टेट या नसों से समस्याओं के कारण ब्लैडर पूरी तरह खाली नहीं होता.
Urinary retention: The bladder does not empty completely due to problems with the prostate or nerves.
सलाह -अगर अचानक यूरिन की संख्या में बदलाव हो या यूरिन समय दर्द, जलन या खून नजर आए, तो डॉक्टर से संपर्क करें. यूरिन का रंग हल्का पीला हो. गहरे पीले या लाल रंग का यूरिन किसी गंभीर समस्या का संकेत है.
Advice - If there is a sudden change in the number of urine or pain, burning or blood is seen during urination, then contact the doctor. The color of the urine should be light yellow. Dark yellow or red urine is a sign of a serious problem.
ब्लैडर हेल्दी टिप्स -रोज 8-10 गिलास पानी पिएं, चाय, कॉफी और शराब का सेवन कम करें,पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज करें,बैलेंस डाइट लें और नियमित शारीरिक गतिविधियां करें.
Bladder Healthy Tips - Drink 8-10 glasses of water daily, reduce the consumption of tea, coffee and alcohol, do pelvic floor exercises, take a balanced diet and do regular physical activities.
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