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सर्विसिंग पर मूर्ख बनाती हैं कार कंपनियां; जान लें (Car companies fool you on servicing; get to know)

सर्विसिंग पर मूर्ख बनाती हैं कार कंपनियां; जान लें (Car companies fool you on servicing; get to know)

सर्विसिंग पर मूर्ख बनाती हैं कार कंपनियां; जान लें (Car companies fool you on servicing; get to know)

कार कंपनियों द्वारा सर्विसिंग के नाम पर गुमराह के कई मामले हैं. हाल ही में नई गाड़ी खरीदी है, तो फायदेमंद है:
There are many cases of misguidance in the name of servicing by car companies. If you have recently purchased a new car, then it is beneficial:

1. सर्विस या पार्ट्स सुझाव: कुछ सर्विस सेंटर अक्सर अतिरिक्त सर्विस या पार्ट्स बदलने की सलाह हैं, जिन वास्तव में आवश्यकता नहीं होती. यह कंपनियों के लिए मुनाफे जरिया है.सुझाव: कार मैन्युअल को पढ़ें और दिए समय या किलोमीटर के अनुसार सर्विस कराएं. किसी पार्ट को बदलने की सलाह है, तो मौजूदा स्थिति की जानकारी लें.
Service or parts recommendations: Some service centers often recommend additional service or parts replacement that may not actually be needed. This is a source of profit for companies. Suggestion: Read the car manual and get service done as per the given time or kilometers. If there is advice to replace any part, then get information about the current situation.

2. ओवरचार्जिंग फीस: कई बार सर्विसिंग के दौरान छोटी-मोटी मरम्मत या सफाई के नाम पर ओवरचार्ज किया है या सर्विस के बाद छिपी हुई फीस में बताया है. सुझाव: पहले से ही सर्विस चार्ज और अन्य फीस की जानकारी लें। कुल बिल आने से पहले शामिल चार्ज की पूरी लिस्ट मांगें.
Overcharging fees: Many times during servicing, overcharging is done in the name of minor repairs or cleaning or hidden fees are mentioned after service. Tip: Know the service charges and other fees in advance. Ask for a complete list of charges included before receiving the total bill.

3. नकली या कम गुणवत्ता पार्ट्स : कुछ सर्विस सेंटर, खास अगर वे आधिकारिक डीलर नहीं हैं, तो नकली या कम गुणवत्ता वाले पार्ट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. सुझाव: गाड़ी में लगाए पार्ट्स का निरीक्षण करें और सुनिश्चित करें ओरिजिनल हों.
Counterfeit or low quality parts: Some service centres, especially if they are not official dealers, may use counterfeit or low quality parts. Suggestion: Inspect the parts installed in the vehicle and ensure that they are original.

4. प्लान या मेंबरशिप : अक्सर सर्विस सेंटर लंबे समय के प्लान या मेंबरशिप खरीदने का दबाव डालते हैं. ये प्लान्स या मेंबरशिप महंगी हैं और सभी के लिए जरूरी नहीं होतीं. सुझाव: यह प्लान उपयोग के हिसाब से फायदेमंद है या नहीं। तुरंत निर्णय न लें और ध्यान से फायदे-नुकसान समझें.
Plan or Membership: Often service centers pressure you to buy long term plans or membership. These plans or memberships are expensive and not necessary for everyone. Suggestion: Whether this plan is beneficial according to its usage or not. Do not take decisions immediately and carefully consider the advantages and disadvantages.

5. सर्विसिंग : यदि सर्विसिंग समय पर नहीं की तो गाड़ी की वारंटी पर प्रभाव पड़ता है. कुछ कंपनियाँ वारंटी क्लेम न देने के लिए सर्विसिंग देरी से होने का कारण बताती हैं.
Servicing: If servicing is not done on time, the warranty of the vehicle is affected. Some companies cite delayed servicing as a reason for not paying warranty claims.

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