-->
30 के बाद ये ब्लड टेस्ट जरूरी, शरीर को खोखला करने वाली बीमारियां (This blood test is necessary after 30, diseases that hollow the body)

30 के बाद ये ब्लड टेस्ट जरूरी, शरीर को खोखला करने वाली बीमारियां (This blood test is necessary after 30, diseases that hollow the body)

30 के बाद ये ब्लड टेस्ट जरूरी, शरीर को खोखला करने वाली बीमारियां (This blood test is necessary after 30, diseases that hollow the body)
30 की उम्र के बाद शरीर युवा अवस्था से बुढ़ापे की ओर बढ़ता है, जिसके कारण स्वास्थ्य में कई बदलाव आते हैं. साथ कई बीमारियों का खतरा बढ़ता है. इस उम्र के बाद नियमित रूप से कुछ ब्लड टेस्ट करवाना जरूरी है. ये टेस्ट न सिर्फ बीमारियों का पता में मदद करते हैं, बल्कि उन्हें समय रहते रोकने में मददगार हैं.
After the age of 30, the body moves from youth to old age, due to which many changes occur in health. Along with this the risk of many diseases increases. After this age it is necessary to get some blood tests done regularly. These tests not only help in detecting diseases, but are also helpful in preventing them in time.

30 की उम्र के बाद करवाएं टेस्ट (Get tested after age 30)

- कम्प्लीट ब्लड काउंट :-यह टेस्ट खून में लाल रक्त कोशिकाओं, सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स की संख्या को मापता है. इससे एनीमिया, संक्रमण और अन्य ब्लड रिलेटेड डिसऑर्डर का पता लगाता है.
Complete Blood Count: -This test measures the number of red blood cells, white blood cells and platelets in the blood. It detects anemia, infection and other blood related disorders.

- लिपिड प्रोफाइल :-यह टेस्ट खून में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को मापता है. हार्ट डिजीज के होने की संभावना को समय रहते पहचानता है और जानलेवा बनने से रोकता है. 
Lipid Profile: This test measures the level of cholesterol and triglycerides in the blood. Recognizes the possibility of heart disease in time and prevents it from becoming fatal.

- किडनी फंक्शन टेस्ट :-यह टेस्ट किडनी के कामकाज का मूल्यांकन है. क्रिएटिनिन और यूरिया जैसे तत्वों के स्तर की जांच की है, जो किडनी सिस्टम को कितनी बेहतर तरीके से साफ में सक्षम है. 
Kidney Function Test:-This test is an evaluation of kidney functioning. The levels of elements like creatinine and urea have been examined, which determine how well the kidney system is able to clean itself. 

- लिवर फंक्शन टेस्ट :-यह टेस्ट लिवर के कामकाज का मूल्यांकन है. एल्ब्यूमिन, बिलीरुबिन और एंजाइमों जैसे तत्वों के स्तर की जांच है. लिवर संबंधित बीमारियों के जोखिम को कंट्रोल में मदद मिलती है. 
Liver Function Test: -This test is an evaluation of the functioning of the liver. The levels of elements like albumin, bilirubin and enzymes are checked. Helps in controlling the risk of liver related diseases.

- थायराइड टेस्ट :-यह टेस्ट थायराइड ग्रंथि के कामकाज का मूल्यांकन है. टीएसएच, टी4 और टी3 जैसे हार्मोन के स्तर की जांच की है. मेटाबॉलिक फंक्शन और ऑटोइम्यून डिसऑर्डर को ट्रैक आसान है. 
Thyroid test: This test evaluates the functioning of the thyroid gland. The levels of hormones like TSH, T4 and T3 are examined. Metabolic function and autoimmune disorders are easy to track. 

- ब्लड शुगर टेस्ट :-यह टेस्ट खून में शुगर के स्तर को मापता है. डायबिटीज और प्री डायबिटीज का पता लगाता है. यह टेस्ट एचबीए 1 सीके नाम से है, जिसमें पिछले 2-3 महीने के दौरान बॉडी में शुगर के लेवल का पता है.
Blood Sugar Test:-This test measures the sugar level in the blood. Detects diabetes and pre-diabetes. This test is called HBA 1CK, which measures the sugar level in the body during the last 2-3 months.

- विटामिन - डी टेस्ट :-विटामिन डी हड्डियों और ब्रेन फंक्शन के लिए जरूरी है, जो 30 की उम्र के बाद तेजी से प्रभावित हैं. टेस्ट से बॉडी में विटामिन डी पर्याप्त मात्रा को सुनिश्चित में मदद है. 
Vitamin D test: Vitamin D is essential for bone and brain function, which are increasingly affected after the age of 30. The test helps in ensuring adequate amount of Vitamin D in the body.

- हार्मोन पैनल टेस्ट :-30 की उम्र के बाद बॉडी के हार्मोन तेजी से फ्लकचुएट हैं. यह टेस्ट से शरीर में होने हार्मोन के असंतुलन का सही तरीके से पता चलता है. हार्मोन ब्लड टेस्ट पैनल में एस्ट्रोजन, टोटल, प्रोजेस्टेरोन, टेस्टोस्टेरोन, टोटल, सीरम, फॉलिकल-स्टिमुलेटिंग हॉर्मोन और ल्यूटिनाइजिंग हॉर्मोन, और थायरोक्सिन, फ्री, डायरेक्ट, सीरम शामिल हैं.
Hormone Panel Test:-After the age of 30, the hormones of the body fluctuate rapidly. This test accurately reveals the hormonal imbalance in the body. Hormone blood test panel includes estrogen, total, progesterone, testosterone, total, serum, follicle-stimulating hormone and luteinizing hormone, and thyroxine, free, direct, serum.

0 Response to "30 के बाद ये ब्लड टेस्ट जरूरी, शरीर को खोखला करने वाली बीमारियां (This blood test is necessary after 30, diseases that hollow the body)"

Post a Comment

Thanks