योग से पीरियड्स कंट्रोल,पेनकिलर को अलविदा (Period control through yoga, goodbye to painkillers)
Jun 20, 2024
Comment
पीरियड्स (मासिक धर्म) में होने वाली ऐंठन और तकलीफ एक आम है जिससे प्रजनन उम्र की अधिकांश महिलाएं गुजरती हैं. पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द में है, जो पीठ के निचले हिस्से और जांघों तक फैलता है. ये असहनीय है कि रोजमर्रा के काम में दिक्कत है. आमतौर हालिया शोध हैं कि योगासन भी उतना कारगर है, बल्कि यह पीरियड क्रैम्प्स को कम का एक नेचुरल विकल्प है.
Cramping and discomfort during periods (menstruation) is a common thing that most women of reproductive age go through. There is severe pain in the lower abdomen, which spreads to the lower back and thighs. It is unbearable that there are problems in everyday work. Generally, recent research shows that yoga is equally effective, rather it is a natural option to reduce period cramps.
ज्यादातर मामलों में पीरियड्स के दौरान तकलीफ प्रोस्टाग्लैंडिन नामक हार्मोन जैसे पदार्थों के कारण है. ये पदार्थ गर्भाशय की परत को बाहर निकालने के लिए गर्भाशय को सिकोड़ते हैं. योगासन मदद कर सकता है. आसन (शारीरिक मुद्राएं), प्राणायाम (श्वास अभ्यास) और मेडिटेशन के कॉम्बिनेशन से योग से फायदे है.
In most cases, discomfort during periods is due to hormone-like substances called prostaglandins. These substances contract the uterus to expel the uterine lining. Yoga can help. The benefits of yoga are the combination of asanas (physical postures), pranayam (breathing exercises) and meditation.
ब्लड सर्कुलेशन :-योगाभ्यास से पेल्विक पार्ट में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर है, जिससे वहां की मसल्स को पर्याप्त ऑक्सीजन है और ऐंठन कम होती है.
Blood Circulation: - By practicing yoga, blood circulation in the pelvic part is better, due to which the muscles there get sufficient oxygen and cramps are reduced.
मसल्स :-पेल्विक पार्ट को खींचने और मजबूत वाले आसन मसल्स को आराम देने में मदद हैं, जिससे ऐंठन कम होती है.
Muscles: - Stretching the pelvic part and strengthening asanas help in relaxing the muscles, which reduces cramps.
तनाव :-नियमित योगाभ्यास तनाव पैदा वाले हार्मोन कोर्टिसोल के स्तर को कम में मदद करता है, जिससे दर्द कम महसूस है,साथ ही मेडिटेशन से वर्तमान क्षण की आदत बनती है, जिससे चिंता कम होती है और पीरियड का दर्द भी कम होता है.
Stress: - Regular yoga practice helps in reducing the level of stress-causing hormone cortisol, due to which pain is felt less, also meditation creates a habit of present moment, which reduces anxiety and also reduces period pain.
हार्मोनल :-कुछ आसन मासिक धर्म चक्र को नियमित और तकलीफ कम में मदद करते हैं.
Hormonal:-Some asanas help in regularizing the menstrual cycle and reducing discomfort.
नींद :-मासिक धर्म में ऐंठन अक्सर नींद में खलल है. योगासन, खासकर विश्राम की तकनीक, नींद की क्वालिटी को बेहतर में मदद करती हैं, जिससे दर्द को मैनेज में मदद है.
Sleep: Menstrual cramps often cause sleep disturbances. Yoga, especially relaxation techniques, help improve sleep quality, which helps manage pain.
0 Response to "योग से पीरियड्स कंट्रोल,पेनकिलर को अलविदा (Period control through yoga, goodbye to painkillers)"
Post a Comment
Thanks