सासू मां के साथ रिश्ते में कड़वाहट; रिलेशन के लिए ये टिप्स (Bitterness in relationship with mother-in-law; These tips for relationship)
May 11, 2024
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शादी के बाद हर लड़की को परिवार से अलग होकर नए माहौल में रहने की आदत है. कभी सासू मां के साथ संबंध अच्छे हैं, तो थोड़ी खटपट है. लेकिन ये खटपट ज्यादा बढ़ जाए और शादीशुदा जिंदगी में कड़वाहट लगे, तो नजरअंदाज मुश्किल है. तो कुछ टिप्स जिन्हें अपनाकर सासू मां के साथ रिश्ते को सुधारती हैं:
After marriage, every girl is used to living in a new environment after being separated from her family. Sometimes the relationship with mother-in-law is good, sometimes there is some tension. But if this discord increases and there is bitterness in married life, then it is difficult to ignore. So some tips which mother-in-law can adopt to improve her relationship with her mother:
धैर्य और संयम :-गुस्से में या उल्टी बातें से रिश्ते और बिगड़ते हैं. सासू मां कुछ ऐसा कहें या करें जिससे तकलीफ हो, तो शांत की कोशिश करें. फिर आराम से बात को सास के सामने रखें. पति की मदद से लेती हैं.
Patience and patience:- Angry or negative words spoil the relationship further. If your mother-in-law says or does something that hurts, try to remain calm. Then calmly put the matter in front of your mother-in-law. Takes it with the help of her husband.
सीमाएं तय :-हर रिश्ते की तरह, सास-बहू के रिश्ते में सीमाओं का जरूरी है. साथी से बात करें कि जिंदगी को किस तरह से चलाते हैं. ये सीमाएं घर के कामों को बांटने से लेकर फैसले लेने किसी चीज के लिए हैं. सासू मां को सीमाओं में सम्मानजनक तरीके से बताएं.
Set boundaries: Like every relationship, boundaries are necessary in the mother-in-law and daughter-in-law relationship. Talk to your partner about how you run your life. These boundaries apply to anything from sharing household chores to taking decisions. Tell your mother-in-law within the boundaries in a respectful manner.
बात :-ज्यादा गलतफहमियां बातचीत न होने से पैदा हैं. सासू मां के साथ रोज की बातचीत करें. उनके दिन में पूछें, उनकी पसंद-नापसंद की कोशिश करें. आप शौक, अपनी ज़िंदगी में बताती हैं. दोनों के बीच एक रिश्ता बनेगा और एक-दूसरे को समझएंगी.
Point:-Most misunderstandings arise due to lack of communication. Have daily conversations with your mother-in-law. Ask about their day, try to understand their likes and dislikes. You tell about your hobbies and your life. A relationship will form between the two and they will understand each other.
तारीफ :-हर किसी को अच्छा है जब तारीफ की जाए. सासू मां अच्छा खाना बनाती हैं या कला है, तो तारीफ करें. साथ मदद लें. ये एहसास दिलाएं कि जिंदगी में जरूरत है.
Praise: Everyone likes to be praised. If your mother-in-law cooks good food or has art, then praise her. Get help together. Make them realize that there is a need in life.
खुद को समय :-रिश्ते बदलने में वक्त लगता है. ये ना सोचें कि रातों रात सब ठीक होगा. अगर ऊपर बताई टिप्स हैं, तो धीरे-धीरे रिश्ते में सुधारएगा.
Time to yourself: It takes time to change relationships. Don't think that everything will be fine overnight. If you follow the tips mentioned above, your relationship will gradually improve.
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