कारों में टायर रोटेशन जरूरी है; हर 10-15 हजार किलोमीटर पर फायदे (Tire rotation is essential in cars; Benefits every 10-15 thousand kilometers)
Feb 19, 2024
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टायर रोटेशन... कभी ना कभी हर कार ओनर ने यह शब्द सुना होगा. अगर सभी में पता है तो अच्छा बात है लेकिन अगर नहीं पता है तो पता करना चाहिए क्योंकि टायर रोटेशन जरूरी है.
Tire rotation... every car owner must have heard this term at some point or the other. If everyone knows then it is good but if not then one should know because tire rotation is necessary.
टायर रोटेशन :-कार के टायरों की पोजिशन बदलने को टायर रोटेशन कहते हैं. अलग-अलग पावरट्रेन (एफडब्ल्यूडी, आरडब्ल्यूडी, एडब्ल्यूडी या 4X4) और टायर टाइप (कैसे टायर हैं) के आधार पर अलग-अलग तरह से रोटेशन है. कुछ में आगे टायर को पीछे और पीछे वालों का आगे किया जाता है तो साथ टायरों की पोजिशन को लेफ्ट-राइट भी बदलता है. यह पर्टिकुलर टाइम गैप के बाद कराता है.
Tire Rotation: Changing the position of the tires of a car is called tire rotation. Rotation varies depending on the powertrain (FWD, RWD, AWD or 4X4) and tire type. In some cases, the front tires are moved to the rear and the rear tires to the front, while the position of the tires is also changed from left to right. This is done after a particular time gap.
कार को हर 10,000-12,000 किलोमीटर चलाने के बाद टायर रोटेशन कराना चाहिए. हालांकि, कुछ 7500 से 9,500 किलोमीटर चलाने पर टायर रोटेशन का सुझाव देते हैं. यह कार के मॉडल और टायर टाइप पर निर्भर है. इसीलिए, 6000किलोमीटर कार चल जाए तो सर्विस सेंटर से इसमें सुझाव लेना बेहतर रहेगा. हालांकि, अगर लगता है कि टायर असमान रूप से घिस रहे हैं, तो तुरंत टायर रोटेशन करवाए.
Tire rotation should be done after driving the car every 10,000-12,000 kilometers. However, some suggest tire rotation after 7,500 to 9,500 kilometers driven. It depends on the car model and tire type. Therefore, if the car has traveled 6000 kilometers, it would be better to take advice from the service center. However, if it seems that the tires are wearing unevenly, get a tire rotation done immediately.
रोटेशन फायदे :-दरअसल, कार के टायर समान गति से नहीं घिसते हैं. आमतौर पर ज्यादातर कारें फ्रंट व्हील ड्राइव हैं. ऐसे में आगे के टायर, पीछे के टायरों की तुलना में ज्यादा घिसते हैं. आगे भार ज्यादा होता है, जिसका असर टायरों पर पड़ता है. ब्रेकिंग और स्टीयरिंग का असर पड़ता है. टायर रोटेशन सुनिश्चित है कि सभी टायर समान रूप से घिसें, जिससे टायरों की लाइफ बढ़ती है. इतना नहीं, जब टायर समान रूप से घिसते हैं, तो कार बेहतर तरीके से हैंडल और ब्रेक करती है, जिससे सेफ्टी बेहतर रहती है. इससे माइलेज बेहतर है.
Rotation Benefits: -Actually, car tires do not wear out at the same speed. Generally most cars are front wheel drive. In such a situation, the front tires wear more than the rear tires. There is more weight in the front, which affects the tyres. Braking and steering are affected. Tire rotation ensures that all tires wear evenly, thereby increasing tire life. Not only this, when tires wear evenly, the car handles and brakes better, which improves safety. Mileage is better than this.
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