क्यों आते हैं भूकंप और कैसे मापी जाती है तीव्रता? जानिए (Why do earthquakes occur and how is intensity measured? Learn)
Oct 3, 2023
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आज यानी 3 अक्टूबर की दोपहर दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. नेपाल में 10 किमी की गहराई पर 4.6 तीव्रता का भूकंप आया था. यह झटके करीब 1 मिनट तक महसूस थे. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने भूकंप का केंद्र नेपाल में 29.39 डिग्री उत्तर अक्षांश पर और 81.23 डिग्री पूर्व देशांतर पर स्थित था. भूकंप राजधानी नई दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों सहित भारत के कुछ हिस्सों में महसूस किया गया. भूकंप आते क्यों है और मापा कैसे है? आइए जानते हैं...
Today i.e. on the afternoon of 3rd October, strong earthquake tremors were felt in some parts of North India including Delhi-NCR. An earthquake of 4.6 magnitude occurred in Nepal at a depth of 10 km. These tremors were felt for about 1 minute. The National Seismological Center located the epicenter of the earthquake in Nepal at 29.39 degrees north latitude and 81.23 degrees east longitude. The earthquake was felt in parts of India including the capital New Delhi and surrounding areas. Why do earthquakes occur and how are they measured? Let us know...
जमीन के कांपने को भूकंप कहा है. धरती के अंदर 7 प्लेट्स होती हैं. ये प्लेटें लगातार घूमती हैं, और जब वे एक-दूसरे से टकराते हैं या स्लाइड करती हैं, तो ऊर्जा रिलीज है. यह ऊर्जा भूकंपीय तरंगों के रूप में यात्रा करती है, जो पृथ्वी की सतह पर कंपन का कारण हैं.
The trembling of the ground is called earthquake. There are 7 plates inside the earth. These plates rotate constantly, and when they collide or slide against each other, energy is released. This energy travels in the form of seismic waves, which cause vibrations on the Earth's surface.
भूकंप विज्ञान केंद्रों के लिए भूकंप की तीव्रता और समय का पता महत्वपूर्ण है. वे सिस्मोग्राफ नामक एक डिवाइस का इस्तेमाल हैं. सिस्मोग्राफ एक ऐसा डिवाइस है जो भूकंप के दौरान जमीन के कंपन को रिकॉर्ड है. रिकॉर्ड को सिस्मोग्राम कहते हैं. सिस्मोग्राफ के जरिए भूकंप की तीव्रता और समय का पता लगाता है.
Knowing the intensity and timing of earthquakes is important for seismological centers. They use a device called a seismograph. A seismograph is a device that records ground vibrations during an earthquake. The record is called a seismogram. Detects the intensity and timing of earthquake through seismograph.
रिक्टर स्केल एक पैमाना है जो भूकंप की तरंगों की तीव्रता को मापता है. इसे रिएक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा है. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता को 1 से 10 के बीच मापा है. 1 से 2 तीव्रता के भूकंप को हल्का भूकंप है, जबकि 10 तीव्रता का भूकंप एक शक्तिशाली भूकंप है.
The Richter scale is a scale that measures the intensity of earthquake waves. This is called reactor magnitude test scale. The intensity of earthquake is measured between 1 to 10 on the Richter scale. An earthquake of magnitude 1 to 2 is called a mild earthquake, while an earthquake of magnitude 10 is a very powerful earthquake.
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