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हाईवे पर लेन कब बदलें और कब नहीं? ओआरवीएम में अपनाएं ट्रिक (When and when not to change lanes on the highway? Adopt trick in ORVM)

हाईवे पर लेन कब बदलें और कब नहीं? ओआरवीएम में अपनाएं ट्रिक (When and when not to change lanes on the highway? Adopt trick in ORVM)

हाईवे पर लेन कब बदलें और कब नहीं? ओआरवीएम में अपनाएं ट्रिक (When and when not to change lanes on the highway? Adopt trick in ORVM)

हाईवे पर जब लेन बदलनी हो तो पीछे से आने वाले व्हीकल्स को देखना चाहिए. कोई व्हीकल पास हो या ज्यादा तेज स्पीड पर और बढ़ रहा है तो लेन बदलने से रुकना चाहिए. जब व्हीकल आगे निकल जाए तब लेन बदलते हैं. लेकिन, ऐसे हैं जो सही जजमेंट नहीं कर पाते कि पीछे से आने वाला व्हीकल कितने करीब है. 
While changing lanes on the highway, one should watch the vehicles coming from behind. If a vehicle is passing or is moving at a higher speed, then one should stop before changing the lane. Change lanes when the vehicle overtakes you. But, there are those who are unable to judge correctly that how close is the vehicle coming from behind.

इसीलिए, कई बार जजमेंट में गड़बड़ी से एक्सीडेंट हैं. अगर पीछे से आने वाले व्हीकल्स को लेकर सही जजमेंट में परेशानी है तो एक ट्रिक का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो काम आएगी.
That is why many times accidents occur due to error in judgment. If you have trouble in making correct judgment about the vehicles coming from behind, then you can use a trick which will be useful.

लेन बदलने से पहले पीछे के लिए रीयर-व्यू मिरर और साइड-व्यू मिरर का इस्तेमाल करें. सुनिश्चित कोई वाहन बहुत करीब नहीं है. यह सुनिश्चित के लिए ओआरवीएम को दो हिस्सों में समझें. मान कि ओआरवीएम के बीच में एक लाइन (ऊपर से नीचे) है. यहां पीछे से आने वाला व्हीकल लाइन के अंदर की ओर दिखे तो समझ जाइये कि उस व्हीकल और बीच पर्याप्त दूरी है. आप लेन बदल सकते हैं. 
Use the rear-view mirror and side-view mirror before changing lanes. Make sure no vehicle is too close. To be sure, understand ORVM in two parts. Assume that there is a line (top to bottom) in the middle of the ORVM. Here, if the vehicle coming from behind is seen inside the line, then understand that there is sufficient distance between that vehicle and it. You can change lanes....

वहीं, अगर आने वाला व्हीकल लाइन के बाहर की ओर दिखे तो सावधान हो क्योंकि वह व्हीकल करीब है और अगर लेन बदलेंगे तो हादसा की संभावना ज्यादा होगी. इससे पीछे से आने वाले व्हीकल्स की दूरी का सही जजमेंट कर पाएंगे और हादसा के खतरे से बच पाएंगे.
At the same time, if the oncoming vehicle is seen outside the line, then be careful because that vehicle is close and if you change the lane, the possibility of an accident will be high. With this, you will be able to accurately judge the distance of vehicles coming from behind and will be able to avoid the danger of an accident.

लेन बदलने से पहले इंडिकेटर को चालू करें ताकि अन्य व्हीकल्स के ड्राइवरों को यह पता कि लेन बदल रहे हैं. धीरे-धीरे वाहन को दूसरी लेन में ले जाएं. अगर तेजी से लेन बदलते हैं, तो आप पीछे से आने वाले वाहनों के ड्राइवर्स को चौंकाते हैं, जो दुर्घटना का कारण बनता है.
Turn on the indicator before changing lanes so that drivers of other vehicles know that you are changing lanes. Slowly move the vehicle to the other lane. If you change lanes rapidly, you startle the drivers of vehicles coming from behind, which causes an accident.

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