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चाय में मिलाते हैं आर्टिफिशियल स्वीटनर, करती हैं समस्याएं (If add artificial sweetener in tea, it causes problems.)

चाय में मिलाते हैं आर्टिफिशियल स्वीटनर, करती हैं समस्याएं (If add artificial sweetener in tea, it causes problems.)

चाय में मिलाते हैं आर्टिफिशियल स्वीटनर, करती हैं समस्याएं (If add artificial sweetener in tea, it causes problems.)

जब इंसान को डायबिटीज हो जाए तो चीनी 'जहर' जैसी लगती है, क्योंकि इससे ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ता है जो तबीयत खराब करता है. ऐसे चाय या बाकी चीजों में मिठास हासिल के लिए मधुमेह के मरीज आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन जान हैरानी होगी कि हेल्दी होने का दावा करने ये स्वीटनर असल में हेल्दी नहीं होते. जानते हैं कि इस सेवन से क्या नुकसान उठाना पड़ता है.
When a person gets diabetes, sugar seems like 'poison', because it suddenly increases the blood sugar level which spoils the health. To get sweetness in such tea or other things, diabetic patients use artificial sweetener. But you will be surprised that these sweeteners claiming to be healthy are actually not healthy. Let us know what harm one has to suffer due to this consumption.

आर्टिफिशियल स्वीटनर नुकसान 
(Artificial sweetener disadvantages)

1. दिल बीमारियों खतरा :-डायबिटीज के मरीजों को वैसे ही दिल की बीमारियों का खतरा है, ऐसे में आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करने लगें तो ये आग में घी डालने जैसा होगा. इस मीठी चीज से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जिससे हार्ट अटैक का रिस्क पैदा होगा.
Risk of heart diseases:- Diabetic patients are also at risk of heart diseases, in such a situation, if they start consuming artificial sweetener, it will be like adding fuel to the fire. This sweet thing increases blood pressure, which will create the risk of heart attack.

2. वजन :-आर्टिफिशियल स्वीटनर से शरीर की कैलोरी इनटेक रेग्युलेट करने की नेचुरल एब्लिटी पर बुरा असर पड़ता है, जिससे ज्यादा खाते हैं और ये बढ़ते वजन का कारण बनता है. अगर मोटापे से बचना है तो चीज से जितना हो सके दूरी बना लें.
Weight:-Artificial sweeteners adversely affect the body's natural ability to regulate calorie intake, which leads to overeating and weight gain. If you want to avoid obesity then stay away from cheese as much as possible.

3. स्वीट क्रेविंग :-भले आर्टिफिशियल स्वीटनर को मिठास का विकल्प हों, लेकिन हद से ज्यादा सेवन करें तो मीठा खाने की चाहत काफी बढ़ जाएगी और हो सकता है कि ज्यादा कैलोरी इनटेक कर लें, जिससे सेहत को नुकसान हो सकता है.
Sweet Craving: Even though artificial sweeteners are an alternative to sweetness, if consumed excessively, the desire to eat sweets will increase significantly and it is possible that you may consume more calories, which can cause harm to health.

4. डाइजेशन :- अधिक मात्रा में आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं जैसे पेट फूलना, गैस और दस्त होते हैं. ये आंतों में संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं और पेट की गडबड़ियों का कारण हैं. ये गुड बैक्टीरिया पर नकारात्मक असर डालते हैं, ऐसे में पाचन तंत्र बिगड़ता है.
Digestion:- Consuming artificial sweetener in excessive amounts causes digestive problems like flatulence, gas and diarrhea. These can affect the balance in the intestines and cause stomach upset. These have a negative effect on the good bacteria, in such a situation the digestive system deteriorates.

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