ये योगा पीरियड्स के दर्द को करते हैं कम, रोज से शरीर को फायदे (This yoga reduces the pain of periods, daily benefits the body)
May 31, 2023
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पीरियड्स महिलाओं के शरीर में होने प्राकृतिक प्रक्रिया है जो गर्भनाली की प्रणाली का हिस्सा है. इसे मासिक धर्म या माहवारी भी कहा है. जिसमें महिलाओं के गर्भाशय के अंदर से खून और टिशू, वजाइना के द्वारा बाहर निकलते हैं. यह महीने में एक बार होता है. पीरियड्स की अवधि मामूली अंतर है, आमतौर पर 3 से 7 दिनों तक है. मासिक चक्र से महीने के नियमित अंतरालों में होती है और महिला के शरीर का तात्कालिक तौर पर गर्भाशय साफ का काम है. पीरियड्स होना महिला के जीवन का सामान्य हिस्सा है और इसे महिलाओं की सेहत का महत्वपूर्ण पहलू माना है.
Periods are a natural process occurring in the body of women which is a part of the system of umbilical cord. It is also called menstruation or menstruation. In which blood and tissue from inside the uterus of women come out through the vagina. This happens once in a month. There is a slight difference in the duration of periods, usually ranging from 3 to 7 days. Menstrual cycle occurs at regular intervals of the month and is the immediate work of the woman's body to clean the uterus.Having periods is a normal part of a woman's life and is considered an important aspect of women's health.
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को क्रैंप्स, ब्लोटिंग और मूड स्विंग्स जैसी कई समस्याओं का सामना करता है. इन समस्याओं को संघर्ष के लिए उन्हें कई उपाय अपनाने पड़ते हैं. योग ऐसा उपाय है जो हमें न केवल इन समस्याओं का सामना में मदद है, बल्कि जीवन को स्वस्थ और बेहतर है. हमें विशेष योगासनों में जानकारी देंगे, जो पीरियड्स के दौरान मदद कर सकते हैं.
During periods women face many problems like cramps, bloating and mood swings. To fight these problems, they have to adopt many measures. Yoga is such a solution which helps us not only to face these problems but also lead a healthier and better life. Will give us information on special yogasanas, which can help during periods.
1. जानुशीर्षासन : इस योगासन के लिए योग मैट पर पीठ को सीधा कर सुखासन में बैठ जाएं. बाएं पैर को कूल्हे के जोड़ से बाहर की ओर फैलाएं. दाहिने घुटने को भीतर की ओर मोड़ें. दाएं पैर के तलवे को बाई जांघ के अंदरूनी हिस्से के ऊपर रखें. दाहिने पैर और घुटने को फर्श पर आराम से दबाएं.
Janushirshasan: For this yogasana, sit in Sukhasana by straightening the back on the yoga mat. Extend the left leg outward from the hip joint. Bend the right knee inward. Place the sole of the right foot on the inner side of the left thigh. Press the right foot and knee comfortably on the floor.
2. धनुरासन : इस योगासन के लिए योग मैट पर पेट के बल लेट जाएं, पैरों को सटाकर रखें और हाथों को पैरों के पास रखें. धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ें और हाथों से टखने को पकड़ें. सांस भीतर की ओर खींचें और सीने को उठाएं और जांघों को जमीन से ऊपर उठाएं. सामने की तरफ देखें और चेहरे पर मुस्कान रखें.
Dhanurasana: For this yoga asana, lie on the stomach on the yoga mat, keep the feet together and keep the hands near the feet. Slowly bend the knees and hold the ankle with the hands. Breathe inward and lift the chest and raise the thighs above the ground. Look ahead and keep a smile on your face.
3. उष्ट्रासन : इस योगासन के लिए पहले वज्रासन में बैठ जाएं. घुटनों पर खड़े हो जाएं और पैरों को पंजों पर टिका लें. इसमें एड़ियां ऊपर की तरफ हो. फिर कमर से पीछे की तरफ झुकें और दोनों हाथों से एड़ियां पकड़ने की कोशिश करें. गर्दन को भी पीछे की तरफ कर लें और खिंचाव महसूस करें. पोज में रह 5-6 बार सांस लें और फिर आराम से सीधे हो जाएं.
Ustrasana: For this yogasana, first sit in Vajrasana. Stand on the knees and rest the feet on the toes. In this, the heels should be upwards. Then bend backwards from the waist and try to hold the heels with both hands. Turn the neck backwards and feel the stretch. Stay in the pose and breathe 5-6 times and then get straight comfortably.
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