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रोबोट बनेगा इंसानों का दुश्मन! एआई से जाएंगी करोड़ की नौकरियां (Robot will become the enemy of humans! Millions of jobs will go from AI)

रोबोट बनेगा इंसानों का दुश्मन! एआई से जाएंगी करोड़ की नौकरियां (Robot will become the enemy of humans! Millions of jobs will go from AI)

रोबोट बनेगा इंसानों का दुश्मन! एआई से जाएंगी करोड़ की नौकरियां (Robot will become the enemy of humans! Millions of jobs will go from AI)

अर्थव्यवस्था के कमजोर और कंपनियों द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसी तकनीकों को अपनाने को बढ़ावा के कारण अगले पांच वर्षों में ग्लोबल जॉब मार्केट को झटका लगता है. नई रिपोर्ट में यह जानकारी है. रिपोर्ट अनुसार, यह खोज वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम से आई है, जिसने 800 से अधिक कंपनियों के सर्वेक्षणों पर एक रिपोर्ट प्रकाशित है.
The global job market is set to take a hit over the next five years due to a weakening economy and increased adoption of technologies such as artificial intelligence (AI) by companies. This information is in the new report. According to the report, this finding comes from the World Economic Forum, which has published a report on surveys of more than 800 companies.

नुकसान (Harm)
 नियोक्ताओं को 2027 तक 69 मिलियन नए रोजगार क्रिएट करने और 83 मिलियन पदों को समाप्त की उम्मीद है. परिणामस्वरूप 14 मिलियन नौकरियों का शुद्ध नुकसान होगा, जो वर्तमान रोजगार के 2 प्रतिशत के बराबर है.
Employers are expected to create 69 million new jobs and eliminate 83 million positions by 2027. This would result in a net loss of 14 million jobs, which is equivalent to 2 percent of current employment.

परिणाम (Result) 
उस अवधि के दौरान कई फैक्टर लेबर मार्केट में उथल-पुथल मचाएंगे. रिन्यूवेबल एनर्जी सिस्टम में बदलाव रोजगार पैदा के लिए एक शक्तिशाली इंजन होगा, धीमी आर्थिक वृद्धि और उच्च मुद्रास्फीति से नुकसान होगा.  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को तैनात की हड़बड़ी सकारात्मक और नकारात्मक दोनों शक्तियों में काम करेगी.
During that period many factors will create upheaval in the labor market. A shift to renewable energy systems would be a powerful engine for job creation, a loss from slow economic growth and high inflation. The rush to deploy artificial intelligence will serve as both a positive and a negative force.

एआई टूल्स को लागू और प्रबंधित में मदद के लिए कंपनियों को नए कर्मचारियों की आवश्यकता होगी. डब्ल्यूएफ अनुसार, डेटा विश्लेषकों और वैज्ञानिकों, मशीन लर्निग विशेषज्ञों और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का रोजगार 2027 तक औसतन 30 प्रतिशत का अनुमान है.इंटेलिजेंस का प्रसार कई भूमिकाओं को खतरे में डाल देगा, क्योंकि रोबोट कुछ मामलों में मनुष्यों की जगह हैं.
Companies will need new employees to help implement and manage AI tools. According to WF, the employment of data analysts and scientists, machine learning specialists and cyber security specialists is projected to average 30 percent by 2027. The spread of artificial intelligence will put many roles at risk, as robots are replacing humans in some cases.

डब्ल्यूईएफ ने भविष्यवाणी है कि 2027 तक 26 मिलियन कम रिकॉर्ड-कीपिंग और प्रशासनिक नौकरियां होती हैं. डाटा एंट्री क्लर्क और कार्यकारी सचिवों को नुकसान की उम्मीद है. चैटजीपीटी जैसे उपकरणों को लेकर हाल की सनसनी के बावजूद, इस दशक के शुरुआती हिस्से में ऑटोमेशन धीरे-धीरे बढ़ा है.
The WEF predicts that by 2027 there will be 26 million fewer record-keeping and administrative jobs. Data entry clerks and executive secretaries are expected to make losses. Despite the recent buzz around tools like ChatGPT, automation has grown slowly in the early part of this decade.

डब्ल्यूईएफ द्वारा प्रदत्त संगठनों का अनुमान है कि वर्तमान में व्यवसाय से संबंधित सभी कार्यों का 34 प्रतिशत मशीनों द्वारा किया है. 2020 के आंकड़े से सिर्फ एक बाल ऊपर है.
Organizations polled by the WEF estimate that 34 percent of all business tasks are currently performed by machines. Just a hair above the 2020 figure.

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