कार-बाइक टायर केयर टिप्स और ट्रिक्स: गाड़ी टायर जल्दी घिसने से परेशान? अपनाये टिप्स, सालों साल नहीं दिक्कत (Car-Bike Tire Care Tips and Tricks: Tired of wearing out tires quickly? Follow the tips, years and years no problem)
Oct 22, 2022
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इंसान जैसे-तैसे पाई-पाई जोड़ परिवार के लिए वाहन खरीदने का सपना पूरा है. लेकिन पार्ट्स खासकर टायर जल्दी जल्दी खराब होगे तो चिंता की होती है. टायर खराब में कंपनी से ज्यादा लापरवाही है. आइए वे टिप्स हैं, जिनपर चलकर गाड़ी टायर्स को सालों साल चलाते हैं.
Like a human being, the dream of buying a vehicle for the family is fulfilled. But if the parts especially the tires wear out very quickly, then there is a worry. There is more negligence than the company in bad tire. Here are the tips, by following which the car tires run for years.
मॉडिफाई से बचें (Avoid Modify)
वाहन खरीदने के बाद कई लोग मॉडिफाइड के लिए अलग से टायर लगवाते हैं. ऐसे टायर वाहन साइज में छोटे या बड़े हैं. ऐसे टायर से गाड़ी के माइलेज और इंजन पर है. साथटायर जल्दी घिसते हैं, जिससे आर्थिक नुकसान उठाता है.
After buying a vehicle, many people get a separate tire for modified. Such tires are small or big in vehicle size. With such tires, the mileage of the vehicle and the engine. With tires wear out quickly, due to which it takes financial loss.
एयर प्रेशर का ख्याल (Air pressure care)
टायर कितना चलेगा, यह भरे एयर प्रेशर पर निर्भर है. टायर में हवा पूरी न भरी हो तो दबाव ज्यादा है और वह जल्दी घिसता है. लिहाजा हर 10-12 दिन में अपनी बाइक-कार के टायर के एयर प्रेशर को चेक करवाना चाहिए. जिससे लंबे समय तक चल सके.
How long the tire will last depends on the filled air pressure. If the tire is not filled with air, then the pressure is high and it wears out quickly. Therefore, every 10-12 days, the air pressure of your bike-car tire should be checked. So that it can last for a long time.
टायरों की जगह (Replacing tires)
गाड़ी में टायरों की जगह बदलने का उम्र से संबंध है. अमूमन बाइक-कार के अगले टायरों के बजाय पिछले टायर ज्यादा घिसते हैं. उन्हें फेंकने के बजाय आगे लगवा लें और पीछे के लिए नए टायर ले. ऐसा से गाड़ी के टायरों की उम्र भी बढ़ाएंगे और पैसों की बचत होगी.
Changing tires in a vehicle is related to age. Usually, the rear tires wear more than the front tires of the bike-car. Instead of throwing them away, get them installed at the front and get new tires for the rear. In this way, the life of the tires of the vehicle will also be extended and money will be saved.
टायर सीलेंट प्रयोग (Tire sealant use)
रास्ते में टायर पंक्चर पर लगवाने के बजाय टायर सीलेंट का प्रयोग करें. ऐसा पंक्चर तुरंत ठीक है और एयर प्रेशर का नुकसान नहीं होता. लंबे सफर पर निकल रहे हों तो टायर सीलेंट एक बढ़िया ऑप्शन है.
Use tire sealant instead of applying it on tire punctures on the way. Such a puncture is immediately healed and there is no loss of air pressure. Tire sealant is a great option if you are going on a long journey.
बदलें गाड़ी टायर (Change car tire)
अमूमन बाइक-कार का टायर 40000 किलोमीटर चलता है. उसे बदलवा लेने में समझदारी है. ऐसा न वह रास्ते में पंक्चर होकर कहीं धोखा है. टायरों के घिसने का अंदाजा मोटाई घटने से लगाते हैं.
Usually the bike-car tire runs for 40000 kms. It is wise to get him replaced. It is not like that he is deceived by getting punctured on the way. The wear of tires is estimated by decreasing the thickness.
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