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आंखों की देखभाल के बेहतरीन और अनोखे टिप्स: सावधान रहें, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, धुंधली दृष्टि के ये लक्षण। (Best and Unique Eye Care Tips: Beware, these signs of blurred vision before it is too late)

आंखों की देखभाल के बेहतरीन और अनोखे टिप्स: सावधान रहें, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, धुंधली दृष्टि के ये लक्षण। (Best and Unique Eye Care Tips: Beware, these signs of blurred vision before it is too late)

आंखों की देखभाल के बेहतरीन और अनोखे टिप्स: सावधान रहें, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, धुंधली दृष्टि के ये लक्षण। (Best and Unique Eye Care Tips: Beware, these signs of blurred vision before it is too late)
क्या आप लैपटॉप ठीक करने में परेशान और अक्सर पलक झपकाते हैं? अगर हां, तो जल्द से जल्द नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास मुलाकात तय करें. आंखों में दर्द, ध्यान लगाने में दुश्वारी और आंखों से पानी का बहना ये सभी धुंधली रोशनी के संकेत हैं. ये उम्र से जुड़ी आंख की समस्या है. उसका असर पूरी दृष्टि की रेखा या मात्र रोशनी के हिस्से पर पड़ता है.
Are you troubled and often blinking while repairing a laptop? If yes, then schedule an appointment with the ophthalmologist as soon as possible. Eye pain, difficulty concentrating and watery eyes are all signs of blurred vision. This is an age related eye problem. Its effect affects the entire line of sight or only part of the light.
आंख की समस्या को नजरअंदाज होता है भारी (Ignoring the problem of the eye is huge)
धुंधला दिखना आंख के हिस्से जैसे कॉर्निया, रेटिना या ऑप्टिक तंत्रिका की समस्या में है. आंख कुदरत का तोहफा और शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग बहुत नाजुक होने के चलते देखभाल जरूरत है. आंख की समस्या को भी नरजअंदाज भारी है. समस्या का समय पर इलाज नहीं करने से दृष्टि प्रभावित है या हमेशा के लिए आंखों की रोशनी चली जाती है.
Blurred vision is due to a problem with the part of the eye such as the cornea, retina or optic nerve. The eye is a gift of nature and an important part of the body, being very delicate, it needs care. The problem of the eye is too heavy to ignore. If the problem is not treated on time, the vision is affected or the eyesight goes away forever.
उम्र बढ़ने के साथ रेटिना या आंख की समस्या है. बुजुर्गों को नजर की आम समस्याओं में से एक एज रिलेटेड मैक्युलर डिजनरेशन (एएमडी) है. एएमडी सीधे मैक्युला को प्रभावित है. मैक्युला, आंख के पीछे रेटिना हिस्सा है. ये मानव नेत्र के सेंट्रल विजन (केंद्रीय दृष्टि)  है. पचास वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में एज-रिलेटेड मैक्युलर डिजनरेशन दृष्टिहीनता है, जिससे बीमारी की रोकथाम और शुरुआती है.
With age comes the problem of retina or eye. Age related macular degeneration (AMD) is one of the common vision problems in the elderly. AMD directly affects the macula. The macula is the retinal part at the back of the eye. It  central vision (central vision) of the human eye. Age-related macular degeneration is blindness in people over the age of fifty, making the disease more preventable and early.
एज रिलेटेड मैक्युलर डिजनरेशन दृष्टिहीनता 
(Age Related Macular Degeneration)
बढ़ती उम्र बड़ा रिस्क फैक्टर है. इस अनुवांशिक और पर्यावर्णीय कारक के साथ धूम्रपान खतरा हैं. विशेषज्ञ का कहना है कि भारत में रेटिना की बीमारी का बोझ है. रेटिना की बीमारी एएमडी को रोका नहीं जाता क्योंकि ये उम्र बढ़ने के साथ है. बहुत सारे एएमडी रोगियों को असामान्य नई रक्त धमनियां विकसित हैं जिसके लिए आंख में नियमित इंजेक्शन, नियमित जांच और इलाज की जरूरत है.
Increasing age is a big risk factor. Along with this genetic and environmental factor are smoking hazards. Experts say that there is a burden of retinal disease in India. The retinal disease AMD is not preventable as it is associated with aging. Many AMD patients develop abnormal new blood vessels that require regular injections, regular check-ups and treatment in the eye.
आंखों की देखभाल के बेहतरीन और अनोखे टिप्स: सावधान रहें, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, धुंधली दृष्टि के ये लक्षण। (Best and Unique Eye Care Tips: Beware, these signs of blurred vision before it is too late)
कोरोना काल में रेटिना के हेल्थकेयर है क्योंकि बहुत सारे मरीज इंजेक्शन या समय पर लेजर का इलाज में अक्षम थे. उसकी वजह मरीज एडवांस चरणों में हमारे पास पहुंचे जटिल सर्जरी की जरूरत है. महामारी स्क्रीनिंग के साथ नियमित रेटिना की जांच में देरी की वजन है. समस्या के बढ़ने से मरीज बीमारी के एडवांस चरण में विशेषज्ञों के पास हैं. वर्क फ्रॉम होम की रूटीन ने सुस्त लाइफस्टाइल को बढ़ावा है, डाइट बदतर हुई है और तनाव बढ़ा है, जो आगे स्वास्थ्य के मुद्दों में योगदान हैं. इसलिए एएमडी को शुरुआती स्तर पर पहचान कर स्थिति के प्रभावी तरीके की तलाश है.
There is retinal healthcare in the Corona era because many patients were unable to get injections or laser treatment on time. The reason for that is the need for complex surgeries patients reached us in advanced stages. There is a weight of delay in routine retinal screening with epi screening. As the problem progresses, patients are in the advanced stage of the disease with specialists.The work from home routine has led to a sedentary lifestyle, worsened diet and increased stress, which further contribute to health issues. Therefore, by detecting AMD at an early stage, there is a search for an effective way of the situation.


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