Some tips before buying a car (कार खरीदने से पहले कुछ टिप्स)
इसके अलावा भी ऐसी कई चीजें होती हैं. (Apart from this, many such things also happen.)
टेस्ट ड्राइव (Test Drive) -जब टेस्ट ड्राइव की बात हो तो आप जल्दबाजी में कभी भी छोटी दूरी का टेस्ट ड्राइव ना लें. कम से कम 30 किलोमीटर की टेस्ट ड्राइव जरूर लें. गाड़ी की सही कंडीशन आप जान पाएंगे. When it comes to test drives, never take a short distance test drive in a hurry. Take a test drive of at least 30 kms. You will be able to know the exact condition of the car.
टेम्प्रेचर (Temperature) -गाड़ी के बोनट पर हाथ रखें और टेम्प्रेचर चेक करें. अगर कार का टेम्प्रेचर सामान्य हैं तो तभी ड्राइव पर जाएं क्योंकि अगर आपसे पहले कोई टेस्ट ड्राइव पर गया होगा तो गाड़ी का टेम्प्रेचर हाई होगा. ऐसे में यह नहीं जान पाएंगे कि गाड़ी कितनी देर में गर्म हो रही है. इसके अलावा आप गाड़ी की सही हीटिंग कंडीशन नहीं चेक कर पाएंगे. Place your hand on the bonnet of the vehicle and check the temperature. If the temperature of the car is normal then only go for a drive because if someone has gone on a test drive before you then the temperature of the car will be high. In such a situation, you will not be able to know how long the car is getting hot. Apart from this, you will not be able to check the correct heating condition of the vehicle.
कार ध्वनि पर ध्यान (Attention on car sound) -गाड़ी को स्टार्ट कर न्यूट्रल गियर पर छोड़ दें और अंदर बैठखकर केबिन में आने वाली आवाज और वाइब्रेशन पर ध्यान दें. इसके बाद एक्सीलेटर को कम और ज्यादा करते हुए विंडो खोलकर और बंदकर आने वाली आवाज सुनें. अगर किसी भी तरह का एक्सट्रा नॉइज और वाइब्रेशन महसूस हो तो डीलर से बात करें. Start the vehicle and leave it on neutral gear and sit inside and pay attention to the sound and vibration coming in the cabin. After this, listen to the sound coming by opening and closing the window while lowering and lowering the accelerator. If you feel any kind of extra noise and vibration, then talk to the dealer.
एमरजेंसी ब्रेक (Emergency Brake) -टेस्ट ड्राइव को किसी बड़े मैदान में लें और एक बार एमरजेंसी ब्रेक का टेस्ट जरूर करें. इससे आप ब्रेक और ब्रेक शू की हकीकत जान सकेंगे. इसके अलावा हैंड ब्रेक पर भी जरूर ध्यान दें. किसी ढलान या चढ़ाई वाली सड़क पर हैंडब्रेक यूज करें. Take a test drive to a large ground and test the emergency brake once. With this you will be able to know the reality of brake and brake shoe. Apart from this, also pay attention to the hand brake. Use the handbrake on any slope or uphill road.
टेस्ट ड्राइव (Test Drive) -गड्ढे वाली सड़क, ब्रेकर, ऊबड़-खाबड़ हर तरह की सड़क पर टेस्ट ड्राइव लेकर आप गाड़ी का सस्पेंशन, हिल एरिया, टॉर्क, पॉवर और पिकअप जैसे जरूरी चीजों की जानकारी मिलेगी. इसके अलावा इंजन से आने वाली आवाज, हीटिंग, गियर बॉक्स और गियर रिस्पॉन्स की हकीकत का सही अंदाजा होगा. By taking a test drive on all types of road like potholes, breakers, bumpy roads, you will get information about important things like suspension, hill area, torque, power and pickup of the vehicle. Apart from this, the sound coming from the engine, heating, gear box and gear response will have a correct idea of the reality.
धुंए को चेक करें (Check the Smoke) -साइलेंसर के निकलने वाले धुंए के रंग पर ध्यान दें. यदि धुंए का रंग नीला, काला है तो इंजन में किसी खराबी के कारण हो सकता है. इसके अलावा इंजन में ऑयल लीकेज की समस्या भी हो सकती है.ऑयल या वायर जलने की कोई स्मेल तो नहीं आ रही है. Pay attention to the color of the smoke coming out of the silencer. If the color of the smoke is blue, black then it could be due to some fault in the engine. Apart from this, there may also be a problem of oil leakage in the engine. There is no smell of burning oil or wire.
स्टीयरिंग चेक (Steering check) - कार चलाते पर स्टीयरिंग में किसी भी तरह का वाइब्रेशन या कार के एक तरफ ज्यादा भागने की कमी महूसस हो रही है तो समझ जाएं कुछ गड़बड़ है. कार को कंट्रोल करने के लिए आपको स्टीयरिंग में एक साइड ज्यादा जोर देना पड़ रहा है तो कार के स्टीयरिंग में दिक्कत है. When driving the car, if there is any kind of vibration in the steering or lack of running on one side of the car, then understand that something is wrong. To control the car, you have to put more emphasis on one side in the steering, then there is a problem in the steering of the car.
इलेक्ट्रिकल पार्ट(Electrical Parts) -विंडो अप-डाउन स्विच, म्यूजिक सिस्टम, मिरर फोल्डिंग स्वि, वाइपर, हॉर्न सही से काम कर रहे हैं की नहीं, ड्राइविंग के दौरान स्विच, बटन, ब्रेक, क्लच, गियर, एक्सीलरेटर अच्छे से काम कर रहे हैं कि नहीं. Window up-down switch, music system, mirror folding switch, wipers, horn working properly or not, whether switch, buttons, brake, clutch, gear, accelerator are working properly while driving or not.
बीमा/नो क्लेम (Insurance/No Claim) - कार का बीमा मूल्य देखें, इसके आपको कार की कीमत के मोलभाव के दौरान सहायता मिलेगी. इसके अलावा पिछले 2-3 साल में नो क्लेम बोनस ट्रैक करें. Check the insurance value of the car, this will help you in negotiating the price of the car. Also track No Claim Bonus in the last 2-3 years.
0 Response to " Some tips before buying a car (कार खरीदने से पहले कुछ टिप्स)"
Post a Comment
Thanks